झारखंड की बहू पर करण जौहर बना रहे ‘गुंजन सक्सेना द कारगिल गर्ल’ फिल्म

धनबाद : बॉलीवुड के प्रसिद्ध फिल्म निर्माता करण जौहर झारखंड के धनबाद की बहू गुंजन सक्सेना पर फिल्म बना रहे हैं. गुंजन सक्सेना द कारगिल गर्ल नामक यह फिल्म 13 मार्च 2020 को रिलीज होने वाली है.
दिवंगत फिल्म अभिनेत्री श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी कपूर इस फिल्म में गुंजन की भूमिका निभा रही है. मां बनने के बाद छोड़ दी नौकरी : गौतम नारंग फिलहाल वाराणसी में वायुसेना में विंग कमांडर के रूप में पदस्थापित हैं. वर्ष 2004 में मां बनने के बाद गुंजन ने वायुसेना की नौकरी छोड़ दी. 44 साल की गुंजन को उनकी वीरता, साहस और देशप्रेम के लिए शौर्य पुरस्कार से नवाजा जा चुका है. गुंजन ने डंके की चोट पर साबित किया कि महिलाएं न सिर्फ पायलट बन सकती है, बल्कि जंग के मैदान में अपना लोहा मनवा सकती है.
2017 के अंत में फिल्म का मिला प्रस्ताव : गुंजन को यूपी सरकार से शौर्य वीर पुरस्कार मिला. साथ ही प्रसिद्ध बॉक्सर मैरी कॉम के साथ वर्ष 2017 में वीरांगना लक्ष्मी बाई पुरस्कार मिला. इसके बाद करण जौहर की तरफ से उन पर बायोपिक फिल्म बनाने का प्रस्ताव मिला. वर्ष 2018 में धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले इस फिल्म की शूटिंग शुरू हुई. फिल्म में गुंजन की भूमिका जाह्नवी कपूर निभा रही है. जबकि उनके पिता की भूमिका में पंकज त्रिपाठी हैं. पहले इस फिल्म को गणतंत्र दिवस पर रिलीज करने की योजना थी. लेकिन अर्जुन कपूर द्वारा 29 अगस्त को जारी फिल्म की पहली पोस्टर में रिलीज की तिथि 13 मार्च 2020 रखी गयी है.
फिल्म को लेकर उत्साहित है परिवार : बहू पर बन रही फिल्म को लेकर परिवार के मुखिया गणेश नारंग व अन्य सदस्य काफी उत्साहित हैं. कहते हैं कि धनबाद के साथ-साथ यह पूरे झारखंड के लिए गर्व की बात है. फिल्म के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार है.
दिवंगत फिल्म अभिनेत्री श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी कपूर इस फिल्म में गुंजन की भूमिका निभा रही है. मां बनने के बाद छोड़ दी नौकरी : गौतम नारंग फिलहाल वाराणसी में वायुसेना में विंग कमांडर के रूप में पदस्थापित हैं. वर्ष 2004 में मां बनने के बाद गुंजन ने वायुसेना की नौकरी छोड़ दी. 44 साल की गुंजन को उनकी वीरता, साहस और देशप्रेम के लिए शौर्य पुरस्कार से नवाजा जा चुका है. गुंजन ने डंके की चोट पर साबित किया कि महिलाएं न सिर्फ पायलट बन सकती है, बल्कि जंग के मैदान में अपना लोहा मनवा सकती है.
2017 के अंत में फिल्म का मिला प्रस्ताव : गुंजन को यूपी सरकार से शौर्य वीर पुरस्कार मिला. साथ ही प्रसिद्ध बॉक्सर मैरी कॉम के साथ वर्ष 2017 में वीरांगना लक्ष्मी बाई पुरस्कार मिला. इसके बाद करण जौहर की तरफ से उन पर बायोपिक फिल्म बनाने का प्रस्ताव मिला. वर्ष 2018 में धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले इस फिल्म की शूटिंग शुरू हुई. फिल्म में गुंजन की भूमिका जाह्नवी कपूर निभा रही है. जबकि उनके पिता की भूमिका में पंकज त्रिपाठी हैं. पहले इस फिल्म को गणतंत्र दिवस पर रिलीज करने की योजना थी. लेकिन अर्जुन कपूर द्वारा 29 अगस्त को जारी फिल्म की पहली पोस्टर में रिलीज की तिथि 13 मार्च 2020 रखी गयी है.
फिल्म को लेकर उत्साहित है परिवार : बहू पर बन रही फिल्म को लेकर परिवार के मुखिया गणेश नारंग व अन्य सदस्य काफी उत्साहित हैं. कहते हैं कि धनबाद के साथ-साथ यह पूरे झारखंड के लिए गर्व की बात है. फिल्म के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार है.
हिमेश रेशमिया के साथ एक और गाने में नजर आएंगी रानू मंडल

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मुंबई : बॉलीवुड की मशहूर गायिका लता मंगेशकर का चर्चित गीत 'एक प्यार का नगमा है' गाकर रातों-रात सुर्खियों में आईं रानू मंडल के दिन बदल चुके हैं. रानू की इंट्री रेलवे स्टेशन से सीधे बॉलीवुड में हो गयी है.
ऐसा संभव बॉलीवुड के फेमस संगीत निर्देशक, गीतकार, गायक हिमेश रेशमिया के कारण संभव हो पाया है. हिमेश रेशमिया ने रानू मंडल को अपनी फिल्म 'हैप्पी हार्डी एंड हीर' का गाना 'तेरी मेरी कहानी' गाने का मौका दिया.
हिमेश रेशमिया और रानू मंडल गाये इस गाने ने सोशल मीडिया पर धूम मचा दिया है. इस गाने को लोग काफी पसंद कर रहे हैं. जिस तरह से रानू मंडल के गाये गाने को लोगों का प्यार मिल रहा है उसे देखते हुए हिमेश रेशमिया ने एक और बड़ा फैसला लिया है.
हिमेश ने फैसला लिया है कि अपनी आगामी फिल्म में रानू मंडल को एक और गाना देंगे. हिमेश रेशमिया ने इसकी जानकारी अपने इंस्टाग्राम पेज पर वीडियो अपलोड कर दिया है.
Saaho Box Office Collection Day 2: फिल्म की कमाई ने तोड़े कई रिकॉर्ड, लेकिन 'बाहुबली' से रह गयी पीछे

नयी दिल्ली : प्रभास और श्रद्धा कपूर की फिल्म 'साहो' ने बॉक्स ऑफिस पर दूसरे दिन भी धमाकेदार कमाई की है. लेकिन यह फिल्म प्रभास की ही पिछली फिल्म 'बाहुबली' का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पायी. 24 करोड़ रुपये से शानदार ओपनिंग करने वाली 'साहो' ने रिलीज के दूसरे दिन शनिवार को 23 करोड़ रुपये की कमाई की. 'बॉक्स ऑफिस इंडिया' की वेबसाइट के अनुसार फिल्म ने दो दिन में ही 47 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है. 'साहो' की इस जबरदस्त कमाई को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि यह पहले वीकेंड में 70 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर जायेगी.
फिल्म 'साहो' के सभी वर्जन की बात करें तो फिल्म ने बीते दिन 50-55 करोड़ रुपये की कमाई की है. अपने इन आंकड़ों के जरिए 'साहो' (Saaho) ने देशभर में दो दिन में ही 140 करोड़ का कलेक्शन किया है. सोमवार को कुछ जगहों पर गणेश चतुर्थी की छुट्टी है और ऐसे में इस फिल्म की कमाई और बढ़ सकती है.
हॉलीवुड स्टाइल का एक्शन समेटे 'साहो' एक्शन प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन फिल्म साबित हो रही है. 'साहो' की कहानी दो हजार करोड़ की चोरी की है और उसके बाद ब्लैक बॉक्स का चक्कर है. चोरी, और विलेन्स की सीनाजोरी के बीच सबको याद आते हैं अंडरकवर पुलिस अफसर प्रभास. फिल्म में प्रभास की एंट्री के साथ ही एक्शन का तूफान आ जाता है. इससे पहले प्रभास ने 'बाहुबली' के जरिए भी खूब धमाल मचाया था.
किच्चा सुदीप ने कहा- स्टारडम नहीं, बिकता है अच्छा कंटेंट

हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में साउथ फिल्म इंडस्ट्री की उपस्थिति सशक्त होती जा रही है. रीमेक के ट्रेंड के बाद अब वहां की फिल्में हिंदी में डब होकर सीधे थिएटर तक जा पहुंची हैं. साउथ का जाना-माना नाम अभिनेता किच्चा सुदीप की फिल्म 'पहलवान' इसी की कड़ी है. उनकी इस फिल्म और हिंदी फिल्म इंड्स्ट्री पर उर्मिला कोरी की खास बातचीत.
-'पहलवान' में आपको क्या खास लगता है, जो आपको लगता है कि यह फिल्म दक्षिण भारत के साथ पूरे भारत का मनोरंजन कर सकती है?
-'पहलवान' में आपको क्या खास लगता है, जो आपको लगता है कि यह फिल्म दक्षिण भारत के साथ पूरे भारत का मनोरंजन कर सकती है?
यह एक पहलवान की कहानी है, जो अखाड़े में दूसरे पहलवानों से ही नहीं, बल्कि बाहर की जिदंगी से भी लड़ता है. मुझे लगता है इस थीमसे हर कोई कनेक्ट करेगा. पहलवान की कहानी बहुत ही इमोशन के साथ कही गयी है. हर इंसान को इसका इमोशन जोड़ता है. अपने किरदार के लिए मैंने बहुत मेहनत की है. उम्मीद है कि सभी दर्शकों को यह फिल्म पसंद आयेगी.
सुनील शेट्टी इस फिल्म में आपके साथ हैं. वह चार वर्षों बाद परदे पर दिखेंगे. उनका कहना है कि फिल्म की सफलता आपके कंधों पर है?
मैं जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं. मैं स्टारडम की वजह से ऐसा नहीं बोल रहा. स्टारडम किसी को नहीं बचा सकता. अच्छा कंटेंट ही आपको बचा सकता है. अगर स्टारडम ही सबकुछ होता, तो कोई स्टार कभी फ्लॉप फिल्म नहीं होता. फिल्म अपने कंटेंट और उससे जुड़े इंटरटेंमेंट पर चलती है.
आप सलमान की फिल्म दबंग 3 भी कर रहे हैं?
सलमान मेरे लिए बड़े भाई की तरह हैं. मैं लकी हूं कि मुझे उनके साथ कास्ट किया गया. मुझे पता है कि उन्हें मेरी उतनी जरूरत नहीं थी. इसके बावजूद फिल्म में मुख्य खलनायक के लिए उन्होंने मुझे चुना, यह बड़ी बात है. लोग मुझसे पूछते हैं कि मैं साउथ का बड़ा स्टार हूं, तो खलनायक क्यों बन रहा हूं? मैं खलनायक नहीं बनूंगा, तो सलमान का किरदार नायक कैसे बन पायेगा. फिल्म में मेरा किरदार काफी रोचक है.
क्या आपने बॉलीवुड में रिजेक्शन झेला है?
क्या आपने बॉलीवुड में रिजेक्शन झेला है?
सच कहूं तो मैंने कभी भी बॉलीवुड में काम की तलाश में नहीं भटका. मुझे इस फिल्म में कास्ट कर लिया गया, इसलिए मुझे रिजेक्शन नहीं झेलना पड़ा. मैं चीजों को अलग नजरिये से देखता हूं. मैं नकारात्मक चीजों से खुद को दूर रखता हूं. मैं साउथ की फिल्में कर रहा था, क्योंकि वहां लोग मुझे देखना चाहते थे. यहां जब भी मुझे फिल्में ऑफर हुईं, मैंने अपना काम किया और फिर साउथ चला गया. हिंदी में जिस तरह की फिल्में अभी ऑफर हो रही हैं, पहले नहीं होती थीं.
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में आप क्या अलग पाते हैं?
मुझे लगता है कि सिर्फ भाषा का फर्क है. दोनों का कल्चर अलग है, लेकिन अब यह बात मायने नहीं रखती. अब सबकुछ एक ही छत के नीचे आ गया है. दर्शकों की सोच बदली है. वह हर तरह की अच्छी फिल्में देखना चाहते हैं. शरीर का रंग हो या साउथ इंडियन एक्सेंट वाली हिंदी उनके लिए मायने नहीं रखती है. वे थिएटर में पैसा देकर सिर्फ अच्छे मनोरंजन के लिए आते हैं. वो उन्हें कोई भी दे. उनके लिए मायने नहीं रखता है. यही वजह है कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का दरवाजा जो सालों से थोड़ा बहुत ही खुला था. जिसमे चार पांच लोग ही साउथ के आकर काम कर सकते थे अब पूरी तरह से खुल चुका है. ये सबसे अच्छा समय है. दोनों तरफ के कलाकारों के लिए.
आप मानते हैं कि प्रभास की तरह बॉलीवुड इंडस्ट्री ने आपका स्वागत भी दिल खोल कर किया है?
आप मानते हैं कि प्रभास की तरह बॉलीवुड इंडस्ट्री ने आपका स्वागत भी दिल खोल कर किया है?
मुझे ऐसा नहीं लगता है. मैंने राम गोपाल वर्मा के साथ फिल्म फूंक और रण की है. उस वक्त दोनों ही इंडस्ट्री में बहुत फर्क था. मुझे हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में पहचान उसी फिल्म की वजह से मिली. मेरी हिंदी अगर अच्छी हुई है, तो उसी वजह से. मैं रामू से मुंबई में एक पार्टी में मिला था. मैं फिल्म सरकार की राइट्स लेने आया था. उसके बाद हैदराबाद में एक फंक्शन में मिला. वहां पर उन्होंने मुझे फिल्म ऑफर कर दी. रण और फूंक से जो मुझे पहचान मिली, मैं उसे कभी नहीं भूल पाऊंगा. मैं बेंगलुरु के ग्रामीण क्षेत्र से हूं. वहां से आये एक आम अभिनेता ने आइकॉन अमिताभ बच्चन के साथ स्क्रीन शेयर किया. मेरे लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि थी. बचपन में अमिताभ सर की फिल्में देखने के लिए भागता था. अब उनके साथ स्क्रीन शेयर करना, ये सब रामू सर की वजह से संभव हुआ. उनका मैं उम्र भर शुक्रगुजार रहूंगा. यही वजह है कि मैंने फिल्म रक्तचरित्र में कैमियो भूमिका की थी.
क्या हमेशा से अभिनेता ही बनना चाहते थे?
क्या हमेशा से अभिनेता ही बनना चाहते थे?
सच कहूं तो एक्टर बनूंगा, ऐसा कभी सोचा नहीं था. मैं तो डायरेक्शन में जाना चाहता था. बचपन में जब लोगों को फिल्म देखते हुए तालियां और सीटियां बजाते देखता था, तो अच्छा लगता था. उसी वक्त सोच लिया था कि इसी फील्ड में कुछ करूंगा. जब आप युवा होते हैं, तो लोग आपको तरह तरह की राय देते रहते हैं. आप उस वक्त उनको मानते भी हैं. मेरी आवाज सुनकर किसी ने कभी कहा कि सिंगर बन जाओ, तो कभी किसी ने कहा कि तुम्हारी पर्सनैलिटी अच्छी है, एक्टर बन जाओ. लगा कि चलो एक्टिंग कर लेते हैं. मैं कोई एक्टिंग स्कूल नहीं गया. मुझे लगता है कि एक्टिंग सीखने की चीज नहीं है. कोई आपको रोना, हंसना या इमोशन को एक्सप्रेस करना कैसे सीखा सकता है. अगर आपने सीखा तो वह मैकेनिकल लगेगा, नेचुरल नहीं. आप अपनी जिंदगी के अनुभवों से ही एक्टिंग कर सकते हैं. हां, एक्टिंग स्कूल आपकी शर्म और झिझक को खत्म करते हैं, जिससे आप सभी के सामने अभिनय कर सकते हैं. अपनी को-एक्ट्रेस के साथ रोमांस करते हुए भी आप सहज रहेंगे. अभिनय में सहजता बहुत जरूरी होती है. हमें अपने स्पॉट ब्वॉय का नाम भी याद रखना चाहिए. ये सब चीजें आपको सहज बनाती हैं.
अपने संघर्ष को कैसे देखते हैं?
मेरे पिता बहुत बड़े बिजनेसमैन रहे हैं. वे होटेलियर हैं, लेकिन जब मैं 10वीं क्लास में गया, उसके बाद से मैंने उनसे पैसे कभी नहीं लिये. मैं एक्टिंग में किस्मत आजमाने के साथ पार्ट टाइम जॉब भी करता था. मेरी पहली सैलरी 1500 रुपये थी. मैं उसमें अपना खर्च चलाता था और कुछ पैसे बचा भी लेता था, ताकि अपनी गर्लफ्रेंड को स्कूटी गिफ्ट कर सकूं. वह बस से आती-जाती थी. मेरी गर्लफ्रेंड ही मेरी पत्नी है. आज भी वह स्कूटी मेरे घर पर रखी है. मेरे लिए वे सारी यादें बहुत खास हैं. जब मैं एक्टिंग में संघर्ष कर रहा था, तो वह नौकरी करके पूरा घर चलाती थी. उसी स्कूटी पर वह मुझे शूटिंग सेट पर भी छोड़ने जाती थी. मैं उसके पीछे बैठकर जाता था. ये बातें मेरे लिए आज भी मायने रखती हैं.
'सुलतान' की भूमिका में 'पहलवान'
अपने संघर्ष को कैसे देखते हैं?
मेरे पिता बहुत बड़े बिजनेसमैन रहे हैं. वे होटेलियर हैं, लेकिन जब मैं 10वीं क्लास में गया, उसके बाद से मैंने उनसे पैसे कभी नहीं लिये. मैं एक्टिंग में किस्मत आजमाने के साथ पार्ट टाइम जॉब भी करता था. मेरी पहली सैलरी 1500 रुपये थी. मैं उसमें अपना खर्च चलाता था और कुछ पैसे बचा भी लेता था, ताकि अपनी गर्लफ्रेंड को स्कूटी गिफ्ट कर सकूं. वह बस से आती-जाती थी. मेरी गर्लफ्रेंड ही मेरी पत्नी है. आज भी वह स्कूटी मेरे घर पर रखी है. मेरे लिए वे सारी यादें बहुत खास हैं. जब मैं एक्टिंग में संघर्ष कर रहा था, तो वह नौकरी करके पूरा घर चलाती थी. उसी स्कूटी पर वह मुझे शूटिंग सेट पर भी छोड़ने जाती थी. मैं उसके पीछे बैठकर जाता था. ये बातें मेरे लिए आज भी मायने रखती हैं.
'सुलतान' की भूमिका में 'पहलवान'
2016 में आयी फिल्म 'सुल्तान' में सलमान खान एक रेसलर की भूमिका में थे, जबकि सुदीप अपनी फिल्म 'पहलवान' में यही किरदार निभा रहे हैं. फिल्म में मशहूर अभिनेता सुनील शेट्टी, आकांक्षा सिंह, सुशांत सिंह भी नजर आयेंगे. किच्चा सुदीप के कोच की भूमिका में सुनील शेट्टी नजर आयेंगे. 'पहलवान' का निर्देशन एस कृष्ण ने किया है. फिल्म 12 सितंबर को हिंदी, तमिल, तेलुगू और मलयालम में देशभर में 2,500 स्क्रीन पर रिलीज होने जा रही है. इसके अलावा सुदीप, सलमान की फिल्म दबंग 3 की शूटिंग में भी व्यस्त हैं, जो इसी साल क्रिसमस पर आयेगी.
thank you
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